डी ०पी ०रावत
कुल्लू | 11 अक्तूबर,
कुल्लू ज़िले में बीते कुछ हफ्तों से भूस्खलन, बारिश और सड़क अवरोधों से जूझ रहे लोगों को आखिरकार राहत की खबर मिली है। उपायुक्त तोरुल एस. रवीश ने बताया कि ज़िले की अधिकांश सड़कें यातायात के लिए बहाल कर दी गई हैं और स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन, पुलिस और लोक निर्माण विभाग (PWD) की टीम लगातार जमीनी स्तर पर सड़क मार्गों की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। “हमारा पूरा ध्यान यह सुनिश्चित करने पर है कि आम नागरिकों को यातायात में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो,” उन्होंने कहा।
ओट से बंजार तक सफर हुआ आसान
उपायुक्त ने बताया कि ओट से बंजार तक का सड़क मार्ग अब पूरी तरह से यातायात के लिए खुला है। बंजार और गुशैनी के बीच बसों की नियमित आवाजाही भी बहाल हो चुकी है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बीते कुछ दिनों से यह मार्ग बार-बार बंद हो रहा था, जिससे न केवल आम जनता बल्कि पर्यटकों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। अब मार्ग खुलने से व्यापारिक गतिविधियां भी दोबारा रफ्तार पकड़ने लगी हैं।
गुशैनी, तीर्थन और जीभी क्षेत्र में रह रहे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
भूस्खलन वाले पॉइंट्स पर चल रहा सुरक्षात्मक कार्य
राष्ट्रीय उच्च मार्ग 305, जो कि कुल्लू से होकर लाहौल-स्पीति और सिरमौर के लिए अहम कड़ी है, पर भूस्खलन प्रभावित स्थानों पर क्रेट और सुरक्षात्मक दीवारें लगाने का काम तेज़ी से जारी है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के अनुसार, कई जगहों पर मिट्टी के ढेर और पत्थरों की वजह से सड़क पर फिसलन बनी हुई है।
“काम चल रहा है और उम्मीद है कि अगले कुछ दिनों में मार्ग पूरी तरह सुरक्षित कर दिया जाएगा,” विभागीय इंजीनियर ने बताया।
शरची-बायपास मार्ग खोलने का काम युद्धस्तर पर
उपायुक्त रवीश ने बताया कि शरची और बायपास सड़क मार्ग को खोलने का कार्य भी युद्धस्तर पर जारी है।
इस इलाके में ऊँचाई वाले हिस्सों में लगातार पत्थर गिरने और मलबा आने से मार्ग बार-बार अवरुद्ध हो रहा था।
बंजार उपमंडल प्रशासन ने जेसीबी मशीनें और मजदूरों की अतिरिक्त टीमें तैनात की हैं ताकि जल्द से जल्द रास्ता बहाल किया जा सके।
भुंतर से मणिकरण तक बसों की आवाजाही सामान्य
धार्मिक स्थल मणिकरण जाने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए भी राहत की खबर है।
भुंतर से मणिकरण सड़क मार्ग पर अब बसों की नियमित आवाजाही सुचारू रूप से जारी है।
बस चालकों के अनुसार, कुछ मोड़ों पर सड़क संकरी हो गई है लेकिन विभाग ने वहां अस्थायी मरम्मत का काम पूरा कर लिया है।
मनाली-कुल्लू मार्ग पर ट्रैफिक रोटेशन व्यवस्था लागू
उपायुक्त ने बताया कि कुल्लू से मनाली तक यातायात लेफ्ट बैंक मार्ग (नगर होकर) संचालित किया जा रहा है, जबकि मनाली से कुल्लू आने वाले वाहनों के लिए राइट बैंक मार्ग पर आवागमन सुचारू है।
इस तरह प्रशासन ने दोनों दिशाओं के लिए ट्रैफिक का संतुलित प्रवाह बनाए रखा है।
पुलिस विभाग की टीमें दोनों मार्गों पर तैनात हैं ताकि किसी भी आकस्मिक जाम की स्थिति को तुरंत नियंत्रित किया जा सके।
" दोनों सड़कों पर बैरिकेडिंग और साइनबोर्ड लगाए हैं। पर्यटकों से भी अपील है कि वे गूगल मैप की बजाय प्रशासन द्वारा जारी ट्रैफिक रूट्स का पालन करें।”
प्रशासन सतर्क, मॉनिटरिंग टीम सक्रिय
जिला प्रशासन ने सभी प्रमुख मार्गों पर मॉनिटरिंग टीमों की तैनाती की है, जो लगातार स्थिति पर नजर रख रही हैं।
यदि कहीं सड़क धंसने या अवरोध की सूचना मिलती है तो तत्काल राहत एवं पुनर्स्थापना कार्य शुरू किया जाता है।
राजस्व विभाग, पुलिस, लोक निर्माण और एनएचएआई की संयुक्त टीमें रोजाना रिपोर्ट तैयार कर रही हैं।
उपायुक्त ने कहा कि लोगों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
“हमारा लक्ष्य है कि किसी भी क्षेत्र में यातायात लंबे समय तक प्रभावित न रहे। इसके लिए हमारी टीमें 24 घंटे ड्यूटी पर हैं,” उन्होंने कहा।
पर्यटन व्यवसाय को भी राहत
मनाली, नग्गर, बंजार, जीभी, तीर्थन और शरची जैसे पर्यटन स्थलों पर सड़कें खुलने के बाद होटल उद्योग में भी रौनक लौटने लगी है।
कुल्लू और मनाली में स्थानीय टैक्सी यूनियनों ने भी प्रशासन के प्रयासों की सराहना की है। उनका कहना है कि सुरक्षित और स्पष्ट ट्रैफिक व्यवस्था से अब पर्यटकों का भरोसा लौटेगा।
सामाजिक संगठनों की मदद
कुल्लू में एनजीओ, स्थानीय पंचायतें और स्वयंसेवी संगठन भी प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं।
संक्षेप में: अब कुल्लू फिर से चल पड़ा
ओट से बंजार, बंजार से गुशैनी तक यातायात सुचारू।
राष्ट्रीय उच्च मार्ग 305 पर क्रेट लगने का कार्य जारी।
शरची और बायपास सड़कों पर मरम्मत कार्य तेज़।
कुल्लू-मनाली मार्ग पर ट्रैफिक रोटेशन व्यवस्था लागू।
भुंतर-मणिकरण मार्ग पर बसें सामान्य रूप से चल रहीं।
प्रशासन ने सभी सड़कों को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया।
निष्कर्षतः, कुल्लू जिला अब धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की ओर लौट रहा है।
जहां कुछ दिन पहले पहाड़ों से मलबा और बारिश की खबरें थीं, वहीं अब सड़कों पर वाहनों की रफ्तार और लोगों के चेहरों पर राहत की मुस्कान लौट आई है।
प्रशासन की सक्रियता और स्थानीय जनता के सहयोग ने यह साबित कर दिया है कि मुश्किल हालात में भी हिमाचल की जनता एकजुट रहकर हर संकट का सामना कर सकती है।
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