हिमाचल प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता और पूर्व विधायक सुजानपुर राजेंद्र राणा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर शनिवार को तीखा हमला किया। सुजानपुर और बमसन टौणी देवी भाजपा मंडल द्वारा आयोजित युवा मोर्चा सम्मेलन में राजेंद्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जनता को झूठी गारंटियां देकर छल किया, जिसके कारण देवभूमि के देवताओं का श्राप उन पर मंडरा रहा है।
राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री की मानसिक स्थिति अब संतुलित नहीं रही है, इसलिए वे विपक्षी विधायकों और उनके क्षेत्रों की जनता पर बेहूदा टिप्पणियां करने लगे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अब मुख्यमंत्री जनता की ईमानदारी तय करने का ठेका भी ले चुके हैं।
पत्नी की जीत के लिए बैंक का पैसा खर्च किया
राजेंद्र राणा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी को चुनाव में जीत दिलाने के लिए कांगड़ा केंद्रीय सहकारी बैंक का धन महिला मंडलों पर खर्च किया, ताकि सरकारी तंत्र का निजी राजनीतिक स्वार्थों के लिए फायदा उठाया जा सके। उन्होंने इसे भ्रष्टाचार का उदाहरण बताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या यह ईमानदारी की श्रेणी में आता है।
सरकारी खर्च से निजी जमीन पर ढंगे बनवाए
पूर्व विधायक ने आगे आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने अपनी निजी जमीन पर सरकारी धन से रिटेनिंग वॉल (ढंगे) बनवाए, जो सत्ता के दुरुपयोग की श्रेणी में आता है। राणा ने तंज कसते हुए कहा, “अगर यह ईमानदारी है, तो फिर भ्रष्टाचार की परिभाषा बदलनी चाहिए।”
वीरभद्र सिंह का बयान याद दिलाया
राजेंद्र राणा ने कहा कि प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे स्वर्गीय वीरभद्र सिंह ने पहले ही कहा था कि सुखविंदर सिंह सुक्खू सबसे बड़ा ब्लैकमेलर नेता हैं और यदि प्रदेश की कमान उनके हाथ में आई तो हिमाचल का बेड़ा गर्क हो जाएगा। राणा ने कहा कि आज यह बात सच साबित हो रही है।
जनता के मताधिकार पर सवाल उठाना शर्मनाक
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा जनता की ईमानदारी पर सवाल उठाना न केवल विपक्ष का अपमान है, बल्कि लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों का भी अपमान है। राणा ने चेतावनी दी कि हिमाचल की जनता आने वाले समय में झूठ, भ्रष्टाचार और अहंकार का जवाब देगी।

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