डी०पी ०रावत
17 अक्टूबर 2025
हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड एम्प्लाइज यूनियन (HPSEB Employees Union) का 18वां द्विवर्षीय महासम्मेलन राजधानी शिमला के होटल होराइजन में 15 व 16 अक्टूबर को बड़े उत्साह और संगठनात्मक गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ। दो दिवसीय इस महासम्मेलन में प्रदेशभर से यूनियन के सैकड़ों प्रतिनिधि, सदस्य और कर्मचारी प्रतिनिधि उपस्थित रहे। सम्मेलन में संगठन की नीतियों, कर्मचारियों की समस्याओं, सरकारी नीतियों के प्रभाव और विद्युत बोर्ड के ढांचे को मजबूत करने पर विस्तृत चर्चा की गई।
महासम्मेलन की अध्यक्षता पूर्व प्रधान कामेश्वर दत्त शर्मा और हीरा लाल वर्मा ने की, जबकि चुनाव प्रक्रिया की देखरेख निर्वाचन अधिकारी ई. मुकेश राठी ने की। इस अवसर पर संगठन की नई कार्यकारिणी का गठन किया गया, जिसमें विभिन्न वर्गों और अनुभागों के प्रतिनिधियों को स्थान देकर संगठन में संतुलन और प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया गया।
नए पदाधिकारियों की सूची
महासम्मेलन में सर्वसम्मति से निर्वाचित प्रमुख पदाधिकारी इस प्रकार हैं—
प्रदेशाध्यक्ष: नितीश भारद्वाज,वरिष्ठ उप प्रधान (ऑपरेशन): झावे राम शर्मा,वरिष्ठ उप प्रधान (ट्रांसमिशन): सुनिल कुमार,वरिष्ठ उप प्रधान (जनरेशन): ललित कुमार,वरिष्ठ उप प्रधान (सब-स्टेशन): नन्द लाल,उप प्रधान (पुरुष): लीला चन्द,उप प्रधान (जनरेशन): मुकेश बधान,उप प्रधान (जे.ओ.ए. लेखा): विरेन्द्र ठाकुर,उप प्रधान (सब-स्टेशन): अशोक कुमार,
उप प्रधान (एम.एण्ड.टी.): प्रकाश चन्द,उप प्रधान (मिनिस्ट्रीयल): जयवन्त शर्मा, विनोद कुमार,उप प्रधान (स्टेनो): मुनी लाल ठाकुर,उप प्रधान (श्रेणी-4): कुलदीप चन्द
उप प्रधान (ट्रांसमिशन): सुरज ठाकुर,उप प्रधान (अकाउंटस): पंकज कुमार,उप प्रधान (ड्राइंग): संजय कुमार,उप प्रधान (प्रोजेक्ट): कमल सिंह,महासचिव: प्रशान्त शर्मा,उप महासचिव (ऑपरेशन): अश्वनी कुमार,उप महासचिव (मुख्यालय): हेम राज भारद्वाज,उप महासंचार: मनीश कुमार,सह सचिव (ऑपरेशन): हिमांशु ठाकुर, संदीप जंवाल,
सह सचिव (मुख्यालय): रंगीन वर्मा,सह सचिव (जनरेशन): संजीव ठाकुर,सह सचिव (जे.ओ.ए.आई.टी.): मुकेश कुमार,वित्त सचिव: हरीश भारद्वाज,मुख्य सलाहकार: यशवन्त चौहान,मुख्य संगठन सचिव: अनिल कुमार,मुख्य लेखा परीक्षक: मदन लाल भारती,निर्वाचन अधिकारी ई. मुकेश राठी ने सभी नव निर्वाचित पदाधिकारियों को औपचारिक रूप से निर्वाचित घोषित करते हुए शुभकामनाएँ दीं और संगठन में एकता, अनुशासन व समर्पण की भावना बनाए रखने का आह्वान किया।
महासम्मेलन का उद्देश्य और भाव
महासम्मेलन का मुख्य उद्देश्य संगठनात्मक एकता को सुदृढ़ करना, कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान खोजना और विद्युत बोर्ड के पुनर्गठन से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करना रहा। सम्मेलन में विभागीय नीतियों में पारदर्शिता, भर्ती और पदोन्नति में न्यायपूर्ण प्रक्रिया, संविदा कर्मियों के नियमितीकरण, पेंशन लाभों की बहाली और सेवा शर्तों में सुधार जैसे महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए।
प्रधान नितीश भारद्वाज ने अपने संबोधन में कहा कि —
“यह महासम्मेलन केवल पदाधिकारियों का चुनाव नहीं, बल्कि प्रदेश के विद्युत कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा का संकल्प है। हम मिलकर एक ऐसा मजबूत संगठन बनाएंगे जो हर कर्मचारी की आवाज को न केवल सुने बल्कि सरकार तक मजबूती से पहुँचाए।”
महासचिव प्रशान्त शर्मा ने कहा कि यूनियन का लक्ष्य केवल कर्मचारियों के वेतन या सुविधाओं की बात करना नहीं, बल्कि संस्थान की दक्षता और जनसेवा की गुणवत्ता को भी बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि HPSEB कर्मचारी प्रदेश की ऊर्जा रीढ़ हैं, और उनका मनोबल बढ़ाना विकास की पहली शर्त है।
चर्चा के प्रमुख मुद्दे
महासम्मेलन के दौरान विभिन्न सत्रों में कर्मचारी हितों से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई, जिनमें शामिल रहे—
बिजली विभाग में रिक्त पदों को शीघ्र भरने की मांगसंविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण की प्रक्रिया में तेजी लाने की अपीलफील्ड स्टाफ के सुरक्षा उपकरणों और कार्यस्थल की सुविधाओं में सुधार
विभागीय पदोन्नति में पारदर्शिता सुनिश्चित करने का प्रस्ताव
ऊर्जा क्षेत्र में निजीकरण की नीति पर चिंता व्यक्त की गई और इसका विरोध किया गया
कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए राज्य सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की गई
महिला प्रतिनिधि लीला चन्द ने संगठन में महिलाओं की सक्रिय भूमिका पर बल देते हुए कहा कि यूनियन में महिलाओं को समान अवसर दिए जा रहे हैं और भविष्य में इसे और मज़बूत किया जाएगा।
संगठन की भविष्य दृष्टि
महासम्मेलन ने यह भी तय किया कि आने वाले समय में यूनियन डिजिटल माध्यमों के जरिए कर्मचारियों से संवाद को और सक्रिय करेगी। जनसंपर्क प्रकोष्ठ को मजबूत करने, जिला स्तर पर कार्यशालाओं और प्रशिक्षण सत्रों के आयोजन, तथा सेवानिवृत्त कर्मचारियों के कल्याण के लिए विशेष सहायता कोष बनाने का भी निर्णय लिया गया।
मुख्य सलाहकार यशवन्त चौहान ने अपने विचार रखते हुए कहा कि संगठन को राजनीतिक प्रभाव से मुक्त रखकर केवल कर्मचारियों के कल्याण पर केंद्रित रहना चाहिए।
सम्मेलन के अंत में सभी प्रतिनिधियों ने यह संकल्प लिया कि यूनियन कर्मचारियों की आवाज को हर मंच तक पहुँचाने के लिए लगातार सक्रिय रहेगी और संगठन को और अधिक मजबूत बनाएगी।
संक्षेप में कहा जाए तो,हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड एम्प्लाइज यूनियन का यह 18वां महासम्मेलन न केवल एक चुनावी आयोजन था, बल्कि कर्मचारी एकता, संगठन की शक्ति और सेवा समर्पण का प्रतीक बना। नई कार्यकारिणी के गठन के साथ यूनियन ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि आने वाले वर्षों में वह कर्मचारियों के अधिकारों की रक्षा, विभागीय पारदर्शिता और कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए निरंतर संघर्षरत रहेगी।
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