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“सर्दी सिर पर, लोग बेघर — सरकार मसखरी में मशगूल” : जयराम ठाकुर का सुक्खू सरकार पर हमला


 पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा है कि केंद्र सरकार हिमाचल प्रदेश के लिए हर संभव मदद दे रही है, लेकिन राज्य सरकार आपदा प्रभावितों को राहत देने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 1500 करोड़ रुपये के विशेष राहत पैकेज की राशि पूरी तरह हिमाचल के लोगों के लिए है, न कि सरकार चलाने के लिए।


जयराम ठाकुर ने कहा कि बीते ढाई वर्षों में केंद्र सरकार हिमाचल को आपदा राहत के तहत 5500 करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि भेज चुकी है, लेकिन सुक्खू सरकार इस राशि का दसवां हिस्सा भी प्रभावितों पर खर्च नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि “आपदा के तीन महीने बीत गए, मुख्यमंत्री ने दो महीने पहले राहत पैकेज की घोषणा की थी, लेकिन आज तक एक भी आपदा पीड़ित को एक रुपया नहीं मिला है।”


नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि “हर दिन केंद्र सरकार किसी न किसी योजना के तहत करोड़ों रुपये हिमाचल को दे रही है। फिर भी मुख्यमंत्री केंद्र पर दोष मढ़कर अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं।” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री और उनके मंत्री आपदा के बीच भी ‘मसखरी’ में व्यस्त हैं, जबकि प्रदेश के हजारों परिवार बेघर हैं और सर्दियों में ठंड से जूझ रहे हैं।


जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार ने हमेशा हिमाचल को प्राथमिकता दी है। “विशेष राज्य का दर्जा नरेंद्र मोदी सरकार ने ही बहाल किया था, जिसे यूपीए सरकार ने छीन लिया था। इसी कारण आज हिमाचल को परियोजनाओं में सिर्फ 10 प्रतिशत हिस्सेदारी देनी पड़ती है, जबकि 90 प्रतिशत खर्च केंद्र वहन करता है।”


उन्होंने कहा कि हिमाचल में जितनी भी बाहरी फंडिंग वाली परियोजनाएं चल रही हैं, उनका भुगतान भी केंद्र सरकार ही कर रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री का केंद्र को कोसना प्रदेश के साथ अन्याय है।


सवाल यह है कि राज्य सरकार क्या कर रही है?”


जयराम ठाकुर ने सवाल उठाया कि “क्या राज्य सरकार का दायित्व नहीं कि वह आपदा प्रभावितों की मदद करे? क्या सारा बोझ केंद्र सरकार पर डालकर राज्य सरकार हाथ पर हाथ रखकर बैठेगी?” उन्होंने कहा कि “सरकार को विधानसभा में खुद स्वीकार करना पड़ा कि अब तक सिर्फ 300 करोड़ रुपये से कम राशि ही आपदा पीड़ितों को दी गई है, जबकि 5500 करोड़ से अधिक की राशि केंद्र से आई थी।”


उन्होंने कहा कि हिमाचल की जनता यह जानना चाहती है कि केंद्र से आई राहत राशि कहां खर्च हुई और क्या राज्य सरकार अपने संसाधनों से भी कोई मदद देगी या नहीं। “तीन महीने बीत गए, सर्दियां शुरू हैं, हजारों लोगों के सिर पर छत नहीं है, लेकिन सरकार ने अब तक कुछ नहीं किया,” उन्होंने कहा।


एचआरटीसी कर्मियों को बनाया जा रहा बलि का बकरा


एचआरटीसी के मुद्दे पर भी जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “सरकार हर गलती का ठीकरा ड्राइवर और कंडक्टर पर फोड़ रही है। अगर कोई वीडियो वायरल हो जाए तो ड्राइवर-कंडक्टर पर कार्रवाई होती है, जबकि सिस्टम की असल कमियों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।”


उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि वह जिम्मेदारी समझें और दोषारोपण की राजनीति छोड़कर जनता को राहत देने पर ध्यान केंद्रित करें।


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