डी. पी. रावत।
रामपुर, 04 अक्तूबर।
भारत की मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआईएम) लोकल एरिया कमेटी रामपुर ने रोहड़ू के लिंबडा गांव में 12 वर्षीय दलित बच्चे की आत्महत्या की घटना पर गहरा शोक और आक्रोश व्यक्त किया है। पार्टी के पूर्व विधायक राकेश सिंघा, राज्य सचिव और शिमला शहर के पूर्व मेयर संजय चौहान के नेतृत्व में तथा लोकल एरिया कमेटी रामपुर के सचिव देवकी नंद के साथ एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचा।
सीपीआईएम ने आरोप लगाया कि इस दौरान स्वर्ण समाज के कुछ लोगों ने प्रतिनिधिमंडल के साथ अभद्र व्यवहार किया और उनकी गाड़ी को रोकने का प्रयास किया। पार्टी ने इसे मनुवादी सोच का परिणाम करार देते हुए इसकी कड़ी निंदा की है और आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
पार्टी नेताओं ने कहा कि जातिगत छुआछूत और उत्पीड़न से तंग आकर बच्चे ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया, जो पूरे प्रदेश को शर्मसार करने वाली घटना है। बच्चे को घर छूने पर मारपीट करना, गौशाला में बंद करना और लगातार प्रताड़ित करना सामाजिक न्याय पर सीधा हमला है।
सीपीआईएम ने सरकार से मांग की कि दोषियों पर अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम, 1989 के तहत कड़ी कार्यवाही की जाए और आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
इसके साथ ही पार्टी ने कुल्लू दशहरे के दौरान तहसीलदार के साथ देव अनुयायियों द्वारा की गई मारपीट की घटना की भी निंदा की और सरकार से आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग उठाई।
सीपीआईएम ने घोषणा की है कि राज्य कमेटी के आह्वान पर इस मुद्दे को लेकर 6 अक्तूबर को रामपुर में प्रदर्शन किया जाएगा। पार्टी ने कहा कि दलितों को न्याय से वंचित करना संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। ऐसे मामलों पर रोक लगाने के लिए सरकार को न केवल कठोर कदम उठाने होंगे बल्कि समाज को भी संवेदनशील बनाना होगा।
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