हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु ने लवी मेले के अवसर पर राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय झाकड़ी की प्रदर्शनी का निरीक्षण किया। छात्रों द्वारा प्रस्तुत किए गए एआई और 3डी मॉडल से प्रभावित होकर मुख्यमंत्री ने बड़ा ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए विद्यालय को एचपी बोर्ड से हटाकर सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध करने की घोषणा की। सरकार का मानना है कि यह कदम तकनीकी शिक्षा, नवाचार और विद्यार्थियों की उत्कृष्ट उपलब्धियों को बढ़ावा देगा।
मुख्यमंत्री ने विद्यालय के शिक्षकों व प्रधानाचार्य से विस्तृत जानकारी लेने के बाद कहा कि झाकड़ी विद्यालय और आसपास के स्कूलों में शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे नवाचार सराहनीय हैं। उन्होंने कहा कि सीबीएसई बोर्ड से संबद्धता मिलने के बाद छात्रों को राष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगी परीक्षाओं और तकनीकी क्षेत्रों में अधिक अवसर प्राप्त होंगे।
विद्यालय के फिजिक्स लेक्चरर दिवाकर शर्मा ने कहा कि छात्रों द्वारा तैयार किए गए एआई मॉडल संयुक्त प्रयास और निरंतर मेहनत का परिणाम हैं। उन्होंने विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविंद नेगी के सहयोग और नेतृत्व को विशेष तौर पर सराहा।
प्रधानाचार्य अरविंद नेगी ने कहा—“यह सफलता पूरी टीम की मेहनत और समर्पण का परिणाम है। हमें अपने विद्यार्थियों पर गर्व है, जिन्होंने आज विद्यालय को नई पहचान दिलाई है।”
टीजीटी देवेन्द्र नेगी ने बताया कि छात्रों का एआई आधारित 3डी मॉडल भविष्य में घर निर्माण की तकनीक को नई दिशा देने की क्षमता रखता है।
गणित प्रवक्ता जय प्रकाश वर्मा और खेम चंद चौहान ने भी कार्यक्रम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसे सामूहिक प्रयासों की उपलब्धि बताया।
स्थानीय अभिभावक, शिक्षक और विद्यार्थी इस घोषणा से अत्यंत उत्साहित हैं। उनका कहना है कि सीबीएसई बोर्ड से संबद्धता मिलने के बाद झाकड़ी क्षेत्र में शिक्षा के नए आयाम स्थापित होंगे और छात्रों को बेहतर भविष्य के अवसर प्राप्त होंगे।
यह निर्णय न केवल झाकड़ी, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए शिक्षा के नए दौर की शुरुआत माना जा रहा है।


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