परस राम भारती
बंजार 6 नवम्बर 2025
राजकीय महाविद्यालय बंजार में मेंटल हेल्थ एंड ड्रग अवेयरनेस क्लब तथा मेंटल हेल्थ एंड एंटी-ड्रग्स सेंसिटाइजेशन क्लब के संयुक्त तत्वावधान में नशा मुक्ति एवं मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराना और उन्हें मानसिक रूप से सशक्त बनाना रहा।
इस अवसर पर प्रोजेक्ट संभव के संस्थापक, सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यटन कारोबारी पंकी सूद मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने अपने प्रेरक संबोधन में कहा कि नशा व्यक्ति की ऊर्जा, क्षमता और जीवन की संभावनाओं को नष्ट कर देता है। युवाओं को चाहिए कि वे कठिनाइयों से भागने के बजाय साहसपूर्वक उनका सामना करें। उन्होंने संदेश दिया—“साहस चुनो, जीवन चुनो और आगे बढ़ो।”
कार्यक्रम की अध्यक्षता कॉलेज के प्राचार्य आर.के. सिंह ने की। उन्होंने कहा कि नशा आज समाज के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है, और इसे मिटाने के लिए शिक्षा, जागरूकता और सकारात्मक सोच ही सबसे प्रभावी उपाय हैं।
संयोजक डॉ. लीना वैद्य ने बताया कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों को आत्मविकास और सही जीवन दिशा की प्रेरणा देते हैं। कार्यक्रम में विद्यार्थियों, शिक्षकों और गणमान्य नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
‘मिशन संभव’—नशे के ख़िलाफ़ एक सामाजिक पहल
पंकी सूद का ‘मिशन संभव’ नशे से मुक्ति की राह पर नई उम्मीद लेकर चल रहा है। उनका मानना है कि “नशा कोई अपराध नहीं, बल्कि इलाज योग्य बीमारी है।” मिशन संभव के माध्यम से वे युवाओं को नशे से बाहर निकालने और HIV जैसी बीमारियों से बचाव का संदेश दे रहे हैं। यह अभियान इस विश्वास पर आधारित है कि हर व्यक्ति दूसरा मौका, मदद और उम्मीद पाने का हकदार है।
एक प्रेरक उदाहरण बने पंकी सूद
तीर्थन घाटी (जिला कुल्लू) के रहने वाले पंकी सूद कभी स्वयं नशे की गिरफ्त में थे, लेकिन आज वे सैकड़ों युवाओं के लिए नई राह बन चुके हैं। नशे से मुक्त होकर उन्होंने 300 से अधिक युवाओं को पुनर्वास दिलाने में मदद की है। वे अपनी पत्नी के साथ स्कूलों-कॉलेजों में जाकर विद्यार्थियों को नशे से दूर रहने की सीख देते हैं।
पर्यटन क्षेत्र में भी सक्रिय पंकी सूद ‘सनशाइन हिमालयन कॉटेज’ के माध्यम से तीर्थन घाटी में जिम्मेदार पर्यटन को बढ़ावा दे रहे हैं।
सरकार की निर्णायक पहल
हिमाचल प्रदेश सरकार 15 नवम्बर से नशे की घातक दवा ‘चिट्टे’ के खिलाफ निर्णायक अभियान शुरू करने जा रही है। इसकी शुरुआत शिमला के रिज मैदान से मुख्यमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाकर की जाएगी। यह तीन माह का अभियान पंचायत स्तर तक चलेगा और कॉलेजों में एंटी-चिट्टा वालंटियर टीमें गठित की जाएंगी।
कार्यक्रम का समापन सभी विद्यार्थियों और उपस्थित लोगों ने नशा मुक्ति का संकल्प लेते हुए किया—
“साहस चुनो, जीवन चुनो।”



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