सड़क, बिजली व पानी की योजनाओं को जल्द बहाल करने के दिए निर्देश
उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस. रवीश ने मंगलवार को निरमंड उपमंडल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर हालात का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने सड़क, बिजली और पेयजल योजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर बहाल करने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि बागवानों को राहत पहुंचाना प्रशासन की पहली जिम्मेदारी है, इसलिए सड़कों को खोलने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएं।
सुबह सबसे पहले डीसी ने निरमंड बस अड्डे का निरीक्षण किया। यहां भवन की दीवारों में दरारें और बस स्टैंड धंसने की आशंका देखते हुए उन्होंने लोक निर्माण विभाग और प्रबंधन को भवन को सुरक्षित करने के निर्देश दिए।
इसके बाद डीसी रवीश ने हट्टल गांव का दौरा किया, जहां भारी भूस्खलन से जमीन खिसकने और भवनों के धंसने की स्थिति पर उन्होंने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर प्रशासन की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
कई पंचायतों का किया दौरा
नोर और राहणु पंचायत में डीसी ने धंसे हुए भवनों का जायजा लिया और आपदा की चपेट में आने से बचे घरों को सुरक्षित करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। राहणु पंचायत के लांज गांव में ग्रामीणों ने सेब की करीब 6 से 7 हजार पेटियां फंसी होने की समस्या उठाई और सड़क बहाली की मांग की। ग्रामीणों ने गैस सिलेंडर की किल्लत, पैदल रास्तों के टूटने और स्कूली बच्चों को आने-जाने में हो रही परेशानी का मुद्दा भी सामने रखा।
डीसी रवीश ने कई दुर्गम पंचायतों का पैदल दौरा कर लोगों की समस्याओं को नजदीक से समझा। उन्होंने राजकीय प्राथमिक स्कूल के छात्रों से बातचीत की और सामान्य ज्ञान के सवाल पूछे।
स्कूल व बुनियादी ढांचे की बहाली पर जोर
उपायुक्त ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला बागीपुल के क्षतिग्रस्त हिस्से को तुरंत बहाल करने के निर्देश दिए। इसके बाद समिति हॉल निरमंड में अधिकारियों की बैठक कर उन्होंने जरूरी सेवाओं को समय पर बहाल करने और बागवानों की फसल को बाजार तक पहुंचाने के लिए तेजी से कदम उठाने पर बल दिया।
इस दौरान एसडीएम निरमंड मनमोहन सिंह, डीएसपी चंद्रशेखर, तहसीलदार रजत शर्मा समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
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