डी० पी० रावत। 26,आनी।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में आनी विधानसभा क्षेत्र का सबसे अहम मुद्दा नागरिक अस्पताल आनी की दुर्दशा रहा। आनी के विधायक लोकेन्द्र कुमार ने सवाल उठाया कि जब सरकार इस अस्पताल को "आदर्श स्वास्थ्य संस्थान" घोषित कर चुकी है, तो बुनियादी सुविधाएँ क्यों नहीं मिल रही हैं।
सरकार के लिखित उत्तर के अनुसार प्रदेश में 70 स्वास्थ्य संस्थानों को आदर्श संस्थान बनाया जा रहा है, जिनमें आधुनिक सुविधाएँ जैसे अल्ट्रासाउंड, डिजिटल एक्स-रे और 134 तरह के लैब टेस्ट शामिल होंगे। लेकिन विडंबना यह है कि आनी नागरिक अस्पताल की एक्स-रे मशीन पिछले एक साल से खराब पड़ी है। नतीजतन साधारण जाँच के लिए भी मरीजों को निजी क्लीनिकों का सहारा लेना पड़ रहा है।
📌 विधायक का सवाल
विधानसभा में विधायक लोकेन्द्र कुमार ने पूछा – आखिर यह कैसा आदर्श अस्पताल है, जहाँ बुनियादी एक्स-रे जैसी सुविधा तक उपलब्ध नहीं है।
📌 मौजूदा सुविधाएँ
अस्पताल में सीबीसी, लिपिड प्रोफाइल, विटामिन डी-3, ईसीजी, अल्ट्रासाउंड और वेंटिलेटर जैसी सुविधाएँ मौजूद हैं, लेकिन एक्स-रे मशीन की खराबी से हड्डी व दुर्घटना से जुड़े मामलों में मरीजों को रामपुर या कुल्लू तक रेफर करना पड़ता है।
📌 जनता की परेशानी
स्थानीय लोग कहते हैं – "जब साधारण एक्स-रे तक नहीं हो पा रहा तो आदर्श अस्पताल कहने का क्या मतलब?" निजी क्लीनिकों में जांच के लिए गरीब परिवारों को कई गुना खर्च उठाना पड़ रहा है।
📌 सरकार का आश्वासन
सरकार का कहना है कि चरणबद्ध तरीके से एमआरआई और सीटी स्कैन जैसी सुविधाएँ भी उपलब्ध करवाई जाएंगी। मगर सवाल यह है कि जब मौजूदा मशीनें ही महीनों तक खराब पड़ी रहती हैं तो जनता को नए उपकरणों से फायदा कब मिलेगा।
🎯 कुल मिलाकर, आनी का नागरिक अस्पताल कागज़ों पर आदर्श है, लेकिन धरातल पर हालात इसके उलट। जनता और विधायक के सवाल सरकार के दावों की सच्चाई बयां कर रहे हैं।
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