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मां की हैवानियत; महिला ने कुल्हाड़ी से काट डाली बेटा और बेटी की गर्दनें, जिसने भी मंजर देखा; कांप गया कलेजा

 मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में मां की हैवानियत: कुल्हाड़ी से काटी बेटे और बेटी की गर्दनें



मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में हाल ही में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है और लोग स्तब्ध हैं कि एक मां अपने ही बच्चों के साथ इतनी क्रूरता कैसे कर सकती है।

मां ने अपने जिगर के टुकड़ों को मौत के घाट उतारा

रायसेन जिले के देवरी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक छोटे से गांव में इस घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया। गांव की एक महिला, राधिका आदिवासी, ने अपने तीन साल के बेटे देव और पांच साल की बेटी नैना की कुल्हाड़ी से बेरहमी से हत्या कर दी। इस घटना के बाद से गांव में मातम का माहौल है और सभी लोग इस दर्दनाक घटना के बारे में चर्चा कर रहे हैं।

घटना का पूरा विवरण

यह घटना सुबह लगभग साढ़े 11 बजे की है। राधिका अपने बच्चों के साथ घर में अकेली थी। आस-पास के लोगों ने देखा कि घर से धुंआ निकल रहा है, जिसके बाद उन्होंने तुरंत इसकी सूचना मृतक बच्चों के दादा को दी। बच्चों के दादा और उनके पिता जब मौके पर पहुंचे तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने देखा कि उनके बच्चों की लाश खून से लथपथ जमीन पर पड़ी हुई थी, और पास में ही एक गद्दा जला हुआ था। यह दृश्य किसी के भी दिल को दहला देने वाला था।

पुलिस ने आरोपी मां को किया गिरफ्तार

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और आरोपी महिला राधिका को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। पहले तो राधिका ने बयान दिया कि वह अपने पति के साथ नहीं रहना चाहती थी और इसलिए उसने अपने बच्चों को मार डाला। लेकिन बाद में उसने अपने बयान में कहा कि वह खुद भी आत्महत्या करने वाली थी, लेकिन बच्चों की लाश देखकर उसने अपना इरादा बदल लिया।

घटना के पीछे का कारण और संभावित संबंध

स्थानीय लोगों का कहना है कि राधिका का किसी अन्य युवक के साथ संबंध था और यह युवक अक्सर उससे मिलने घर आता था। संभवतः बच्चों ने कुछ ऐसा देखा होगा जिसे राधिका छुपाना चाहती थी। इसी डर से उसने बच्चों की हत्या कर दी। हालांकि, पुलिस अभी इस मामले की गहन जांच कर रही है और सभी संभावित पहलुओं की जांच कर रही है।

मां की मानसिक स्थिति पर सवाल

इस घटना के बाद से स्थानीय लोग और पुलिस दोनों ही राधिका की मानसिक स्थिति पर सवाल उठा रहे हैं। कोई भी मां इतनी क्रूरता कैसे कर सकती है? क्या राधिका मानसिक रूप से अस्वस्थ थी? या फिर वह किसी और के बहकावे में आकर इस घिनौने कृत्य को अंजाम दे बैठी?

पुलिस जांच में जुटी, इलाके में तनाव का माहौल

पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और सभी संभावित कारणों की जांच कर रही है। इलाके में इस घटना के बाद से तनाव का माहौल है और लोग एक-दूसरे से बात करते हुए भी सहमे हुए हैं। बच्चों के पिता और दादा इस घटना के बाद से सदमे में हैं और बार-बार यही सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ?

परिवार और समाज की भूमिका

इस तरह की घटनाएं समाज और परिवार के लिए एक बड़ा सबक हैं। ऐसी घटनाओं से हमें यह सिखने की जरूरत है कि परिवार में आपसी संवाद और समझदारी कितनी जरूरी है। जब कोई समस्या होती है तो उसका समाधान बातचीत से निकालने की कोशिश करनी चाहिए, न कि इस तरह के हिंसक तरीकों का सहारा लेना चाहिए।

आगे की कार्रवाई और न्याय की उम्मीद

पुलिस की जांच जारी है और उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले की सच्चाई सामने आएगी। मृतक बच्चों के परिवार को न्याय मिले और ऐसी घटनाएं भविष्य में न हो, इसके लिए समाज को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी।

यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि परिवार में बढ़ती दूरियां और संवादहीनता किस हद तक जा सकती हैं। राधिका के इस कृत्य ने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या हम सही दिशा में जा रहे हैं? हमें इस घटना से सबक लेना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों।

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